उत्तर प्रदेश में एक बार फिर अलग-अलग जि़्ालों में साम्प्रदायिक घटनाएं हुईं। लगभग हर घटना में छोटे-मोटे मुद्दों ने अचानक साम्प्रदायिक रुख ले लिया। महोबा मेें एक गाय का शव मिलने से कुलपहाड़ में दंगे की स्थिति बन गई थी। कन्नौज में हुई हिंसा में एक आदमी की मौत हो गई है।
ज़िला कन्नौज। यहां 5 जुलाई को मुसलमान मकान मालिक और हिन्दू किराएदार की लड़ाई अचानक दो गुटों के बीच की लड़ाई बन गई। दोनों तरफ से पथराव हुआ और गोलियां चलीं जिसमें अकील नाम के एक लड़के की मौत हो गई और कम से कम बीस लोग घायल हुए।
दो दिन बाद भी इलाके में पी.ए.सी. के सिपाही तैनात थे। चैदह एफ.आई.आर. अलग-अलग लोगों ने दर्ज की हैं। माना जा रहा है कि भाजपा के कई सदस्यों और जि़्ाला अध्यक्ष सुब्रत पाठक ने लोगों को भड़काया था।
जामुन के पेड़ के लिए लड़े
ज़िला प्रतापगढ़। गोबी महुआबान गांव में दो भाइयों के परिवार एक पेड़ को लेकर लड़ रहे थे जब एक भाई ने पास के कुछ लोगों को भी बुला लिया। दोनों गुटों में काफी कहा सुनी हुई। उसी रात मुसलमान समुदाय के छह घर जला दिए गए। लालगंज थाना के दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया है और एस.पी. मामले की जांच कर रहे हैं।
एस.एम.एस. पर आक्रोश
ज़िला मुरादाबाद। 4 जुलाई को एक एस.एम.एस. (मोबाइल पर आए मेसेज) ने मुरादाबाद में तनाव फैला दिया। मुसलमानों का कहना है कि मेसेज ने उनकी धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाई। पुलिस के अनुसार शहर के नागफनी मोहल्ले के एक हिन्दू लड़के ने मेसेज भेजा था। मुसलमानों ने जब मेसेज देखा तो पुलिस से फौरन जि़्ाम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की। थाने पर पथराव भी किया। मामले की जांच जारी है।