महोबा जिले के सारे बिजली विभाग के अधिकारी 27 मार्च को एक दिन का कलमबंद हड़ताल किये है। हड़ताल करने का मुख्य कारण अपनी नौकरी बचाना है।
जेई दिनेश कुमार मौर्या का कहना है कि हम निजीकरण के विरोध में हड़ताल कर रहे हैं। अधीक्षण अभियन्ता अतुल कुमार अग्रवाल ने बताया कि आगरा की कम्पनी को ठेका देने से उत्तर प्रदेश सरकार चार हजार करोड़ का नुकसान उठा चुकी है, यह राष्ट्र हित में है न जनता के हित में है। संविदा कर्मचारी देवकीनंदन का कहना है कि हमारा रोजगार छीना जा रहा है। एक कर्मचारी चार-चार लोगों का काम कर रहा है। भर्ती नहीं हो रही है और जो लोग काम कर रहे हैं सरकार उनका भी निजीकरण नहीं कर रही है। लाखनलाल का कहना है कि रोजगार वाले बेरोजगार हो जायेगें क्योंकि कम्पनी अपने लोगों को काम पर लगायेगी और बिजली भी मंहगी हो जायेगी जिससे गरीब जनता और कर्मचारी दोनों पीसे जायेगें।
रिपोर्टर- सुनीता प्रजापति