योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश को रक्षा उपकरण निर्माण क्षेत्र में एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश करने की तैयारी कर रही है। इसका मूल उद्देश्य भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने की है और इसकी योजना पहले ही बन चुकी है।
योगी सरकार लखनऊ में फरवरी 21 एवं 22 को प्रस्तावित वैश्विक निवेशक समिति यानी ‘ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ 2017 में प्रदेश को रक्षा निर्माण के क्षेत्र में प्रस्तावित करने हेतु तैयार हैं।
योगी सरकार ने इस समित के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, नेपाल एवं मॉरिशस के प्रधानमंत्री समेत कई देशों के राजदूत और करीब 5000 निवेशक, उद्योगपति एवं व्यापार जगत को आमंत्रित करने का फैसला किया है।
प्रदेश सरकार इस दो दिवसीय समिट में करीब 50,000 करोड़ के निवेश सम्बन्धी सहमती पत्रों पर हस्ताक्षर करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
समिट हेतु, प्रदेश सरकार कई अग्रणी औद्योगिक देशों जैसे अमरीका, इंग्लैंड, जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंडस, ताइवान एवं दक्षिण कोरिया को ‘साथी देश’ के रूप में समिट में पेश करेगी, जिससे वह निवेशकों का भरोसा जीत सके।
इसके अलावा आने वाले हफ्तों में प्रदेश सरकार कई अन्य क्षेत्रों में अपनी नयी नीति भी घोषित करेगी, जिसमें शामिल हैं वस्त्र, फिल्म निर्माण, कृषि, इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर उर्जा, सुचना प्रौद्योगिकी इत्यादि।