उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमाज और जन्माष्टमी को लेकर सवाल उठाया है। योगी आदित्यनाथ का कहना है कि ‘अगर मैं सड़क पर ईद के दिन नमाज पढ़ने पर रोक नहीं लगा सकता तो मुझे कोई अधिकार नहीं कि मैं थानों में जन्माष्टमी के पर्व को रोकूं।‘
एक अंग्रेजी अखबार के मख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान अधिकारियों ने मुझे बताया कि डीजे और म्यूजिक सिस्टम के इस्तेमाल पर बैन है। मैंने कहा, ‘यह कांवड़ यात्रा है या शव यात्रा?’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘बाल गंगाधर तिलक दो कारण से जाने जाते हैं। उन्होंने गणेश पूजन को सांस्कृतिक उत्सव बनाया और गीता पर टीका लिखी। इससे सामूहिक आयोजन हुए। सामूहिक ताकत का अहसास हो तो भारत से टकराने की हिम्मत किसी में नहीं है। गणेश उत्सव गावों, शहरों में मनाए जाते हैं और इससे किसी को आपत्ति नहीं है। यहां क्रिसमस मनाइये कौन रोक सकता है। नमाज पढ़िये। कानून के दायरे में रहेंगे तो कोई नहीं रोकेगा।