संयुक्त राष्ट्र महासभा में नवाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर पर बात की। 21सितम्बर की रात यूएन में नवाज ने कहा कि हम भारत से शांति चाहते हैं। ये सिर्फ बातचीत से ही संभव है। लेकिन भारत बातचीत के लिए शर्तें रखता है। भारतीय फौज कश्मीर में जुल्म करती है।
‘हिज़्बुल मुजाहिद्दीन नाम के अलगाववादी समूह के कमांडर’ बुरहान वानी का भी जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बुरहान शांति का चेहरा था, जिसे मार दिया गया। बुरहान शांतिपूर्ण आंदोलन का चेहरा था। कश्मीर की युवा पीढ़ी आजादी चाहती है।
नवाज ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ा अभियान छेड़ा था। आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है। आतंकवाद की जड़ पर वार जरूरी है।
नवाज ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ शांति चाहता है। हम सभी विवादों पर बातचीत चाहते हैं, लेकिन भारत ने ऐसी शर्तें थोपी जो स्वीकार्य नहीं हैं। बातचीत दोनों के हित में है। जम्मू-कश्मीर के मतभेद दूर करना जरूरी है। शांति और सुचारू रिश्ते कश्मीर के हल के बिना संभव नहीं है। कश्मीरियों की नई पीढ़ी भारत के अवैध कब्जे के खिलाफ उठ खड़ी हुई है। भारत की फौज कश्मीर में जुल्म कर रही है। पैलेट गन के इस्तेमाल से वहां अब तक दर्जनों लोग अंधे हो गए हैं।
नवाज ने कहा कि कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन के सारे सबूत पाकिस्तान यूएन को देगा। वहां कर्फ्यू लगाकर आजादी की आवाज को दबाया नहीं जा सकता।
साभार: द वायर