क्हं आंगनबाड़ी केन्द्र जर्जर तौ कहंू कउनौ व्यवस्था नाय बाय। बारिश मा गेदहरन का बैइठै कै जगह नाय रहत। मध्यान्ह भोजन कै पैसा न आवै से गेदहरन का भूखै रहै का परा थै। शौचालय न हुवय से गेदहरै बाहरै जाथे। पैसा आवा थैतबौ व्यवस्था से वंचित रहा थै तौ ई सबकै जिम्मेदार के बाय।
मया ब्लाक के बरई पारा कै आंगनबाड़ी केन्द्र चुआ थै दरार फाटि गै बै। खाना बनावै के ताई ईधन, बर्तन कै व्यवस्था नाय बाय। न तौ शौचालय कै व्यवस्था बाय गेदहरै बहिरे जा थे। वही रामापुर मा आंगनबाड़ी केन्द्र न हुवय से पंचायत भवन मा गेदहरन कै पढ़ाई हुआ थै। अगर यही तरह से अव्यवस्था रहे आंगनबाड़ी केन्द्र मा तौ बच्चन के भविष्य कै काव होय? केकै जिम्मेदारी बाय? गेदहरै मनमौजी इधर-उधर घूमा थे।
यतनी अव्यवस्था काहे?
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