मोमोज का नाम सुनतें ही सबके मुंह में पानी आ जाता है। मोमोज भाप से पकने वाला तिब्बती चायनीज पकवान है पर ये अपने स्वाद के कारण भारत में भी काफी लोकप्रिय है। तभी तो युवा पीढ़ी से लेकर बच्चें बूढ़े तक की दुकान में लाइन लगती है। आइये जानते है झांसी जिले के खैतार गांव के मोमोज क्यों खास है।
दुकानदार नरेश ने बताया कि मोमोज बनाने के लिए पत्ता गोभी को महीन-महीन काटकर उसमें मसाले डालें जाते है। फिर मैदा सानकर रख देते है। चाइनीज, पास्ता, मैक्रोनी उबालकर रख देते है फिर इनमें मसाला मिलाते है और मैदा में भरकर भाप में पकाते है। मुस्कान प्रजापति ने बताया कि अदरक, टमाटर, धनिया, मिर्च सब कुछ मोमोज में डालते है तो अच्छा लगता है।
विजय सिंह चौहान ने बताया कि अम्बेडकर नगर से रोज शाम को इस दुकान में मोमोज खाने आते है क्योंकि यहां मोमोज बहुत अच्छा बनता है।
नेहा ने बताया कि मोमोज खाने में बहुत अच्छे लगते है इसलिए रोज खाती हूँ। पांच रूपये के दो मोमोज मिलते है। करन का कहना है कि मैं जब भी यहां आता हूँ। तो मोमोज जरुर खाता हूँ।
रिपोर्टर-सफीना
24/11/2017 को प्रकाशित