17 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात दौरे पर निकले। उन्हें कोई विरोध का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए गुजरात पुलिस ने एक दिन पहले ही जिग्नेश मेवानी को हिरासत में ले लिया। आपको बताते चलें कि जिग्नेश मेवानी ने गुजरात के ऊना में हुई दलित हत्या के बाद इसके विरोध में आंदोलन शुरू किया है। जिसमें उनकी मांग है कि गुजरात के दलित परिवार को सरकार भूमि आबंटित करे, जिससे वे अपने खेती के काम को कर सकें।
जिग्नेश मेवानी की हिरासत मोदी के गुजरात दौरे को ध्यान में रखते हुए हुई है। मोदी के आने से पहले ही मेवानी को गुजरात में 25 पुलिसकर्मियों द्वारा हिरासत में ले लिया गया। मेवानी दिल्ली के जंतर मंतर में एक रैली को संबोधित करके आ रहे थे।
पुलिस ने पहले कहा कि मेवानी को मोदी के गुजरात से रवाना होने के बाद ही छोड़ा जाएगा और उन्हें घर में नज़रबंद करके रखा। बाद में मेवानी को पुलिस के ही साथ एक दूसरे शहर में जाने की अनुमति मिल गई। जिग्नेश मेवानी का कहना है कि मैं हिरासत में नहीं हूँ फिर भी पुलिस मेरे साथ है।
दिल्ली के जंतर-मंतर में हुई सभा में मेवानी ने बोला कि 1 अक्टूबर से गुजरात के अहमदाबाद से वह ‘रेल रोको आंदोलन’ करेंगे अगर गुजरात के हर दलित परिवार को 5 एकड़ ज़मीन नहीं दी गई।
प्रधानमंत्री अपने जन्मदिन के अवसर में अपने गृहराज्य में आकर अपनी माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने गए।
साभार- द वायर