फिल्मः अजहर
डायरेक्टरः टोनी डी सूजा
स्टार कास्टः इमरान हाशमी, प्राची देसाई, नरगिस फाकरी, गौतम गुलाटी
बालाजी और सोनी पिक्चर द्वारा बनाई गई फिल्म ’अजहर’ उनके कामयाबी के शिखर पर पहुंचने से लेकर बदनामी की दलदल में धंसने की दास्तां पर आधारित है, जिसमें अजहरुद्दीन पर लगे मैच फिक्सिंग के आरोपों वाले मामले पर ही फोकस किया गया है।
लगातार तीन शतक जडकर भारतीय क्रिकेट टीम में चमके हैदराबाद के मो. अजहरुद्दीन (इमरान हाशमी) देखते ही देखते कामयाबी के आसमान पर छा जाते हैं।
भारतीय टीम का कप्तान बनकर उनका साथी खिलाड़ियों के साथ मनमुटाव शुरू होता है, लेकिन असली गाज तब गिरती है, जब 99 टेस्ट मैच खेलने के बाद अजहर को मैच फिक्सिंग करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया जाता है।
अजहर का केस उनके बचपन के दोस्त रेड्डी (कुणाल राय कपूर) लड़ते हैं। दूसरी ओर, अपनी पत्नी नौरीन (प्राची देसाई) को छोडकर अजहर अभिनेत्री संगीता (नरगिस फाखरी) के इश्क में पड़ते हैं।
कानूनी लड़ाई में उलझे अजहर को उनके दोस्तों से साथ नहीं मिलता, लेकिन उनका दोस्त रेड्डी हिम्मत नहीं हारता और अदालत से अजहर को इंसाफ मिलता है।
फ़िल्म की पटकथा बेहद कमजोर है। अजहर की निजी जिंदगी, क्रिकेट में कामयाबी और फिर मैच फिक्सिंग में तालमेल की कमी नजर आई। कई मौकों पर जबरदस्ती की कल्पनाशीलता का इस्तेमाल किया गया। इमरान हाशमी ने परदे पर अजहर का किरदार उतारने में भरपूर मेहनत की है। फिल्म का संगीत अच्छा है।
लेकिन लेखन बेहद कमजोर है।
रिपोर्टर – खबर लहरिया ब्यूरो