जिला सीतातढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत शहवाजपुर, गांव खरसान। उहां के सुमित्रा देवी लगभग पैतीस साल से विधवा छथिन। लेकिन उनका विधवा पेंशन न मिलई छई।
सुमित्रा देवी कहलथिन कि हमरा पास तीन गो लड़का हई। उ सब छोटे-छोटे रहे तभीये हमर पति मर गेलथिन। तब से दोसरा के खेत में मजदूरी कईली, लोग के बर्तन चैका कईली। ओई के बाद माथा पर रख के कपड़ा बेची। ओई के बाद रीगा चौक पर सेब बेचली। अब बेटा सब बड़का हो गेल त सब काम धंधा करईय। अब सेब के दोकान चौक पर कईली त बेटा रहईय। ओही से अपन परिवार के पालन पोषण करई छी। विधवा पेंशन भी मिलईत त कुछों त सहारा रहईत।
मुखिया शिवचंद्र पासवान कहलथिन कि अब त बी.पी.एल. के कागज पहचान-पत्र, आय प्रमाण-पत्र सब आर.टी.पी.एस. काउन्टर पर जमा करथिन। ओई के बाद अपने सुची में नाम आ जतई।