18 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित
जिला चित्रकूट,ब्लाक मऊ। एक महीना से हिंया सुनील नानखटाई का ठेला लगावत हवै।बेसन अउर चीनी से बनी नानखटाई मड़इन का आपन दीवाना बनावत हवैं।मड़ई गरमागरम नानखटाई स्वाद लइके खात हवैं।
सुनील का कहब हवै कि मैं मेरठ से नानखटाई बनावै सीखें हौं।नानखटाई,मैदा,सूजी,घी अउर चीनी से बनत हवै।एक ख़ास मशीन होत हवै वहिमा रख के नानखटाई बनाई जात हवै।एक दिन मा पांच-छह किलो नानखटाई बिक जात हवै। बीस रुपिया के सौ ग्राम अउर दस रुपिया के दस नानखटाई बिकत हवैं।
अभिषेक बताइस कि नानखटाई खाय मा बहुतै नींक लागत हवै।आर के मिश्रा का कहब हवै कि गरमागरम बना के देत हवै तौ कुछ नुकशान नहीं करत आय।बच्चा नानखटाई का ज्यादा पसंद करत हवैं।मोहम्मद इस्माइल बताइस कि सामनें बना के देत हवै खायें मा स्वादिष्ट लागत हवै।
बाईलाइन-सुनीता देवी