जिला मुज़फ्फरनगर। दंगों से प्रभावित पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले में 10 अप्रैल को प्रतिशत मतदान हुआ।
पिछले आठ महीने से कैंपों मे रह रहे लोग हर पार्टी और नेता से नाराज हैं। शाहपुर और बसीकला के कैंपों के तो ज्यादातर लोगों ने नोटा पर वोट डालने का मन बना लिया है। शाहपुर कैंप में रह रही रुख्साना को अब तक मुआवज़ा नहीं मिला। न हीं मजदूरी का कोई ज़रिया। वहीं गुस्से से भरी रेहाना कहती हैं कि जैसे ईंट पकती है, आग में हमें भी झोंक दिया गया है। उन्होंने कहा नोटा पर बटन दबाएंगे।
वहीं सिसोली गांव के याकूब अली और काकड़ा गांव के सलीम ने इनकी बात काटते हुए कहा कि किसी ने दंगा प्रभावित लोगों का ध्यान नहीं किया पर सपा सरकार ने कुछ लोगों को मुआवज़ा दिया है। अखिलेश ने वादा किया है कि चुनाव के बाद वो बचे हुए लोगों को भी मुआवज़ा देंगे। इसलिए याकूब का वोट सपा को जाएगा।
मुज़फ्फरनगर पर नज़र – चुनावी माहौल छाया, लोगों में नाराज़गी
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