मुलायम सिंह यादव, लखनऊ/दिल्ली। आयसेअधिक संपत्ति के मामले में समाजवादी पार्टी के मुखियामुलायम सिंह और उनके बेटों कोराहतनहीं मिली। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफजांचबंद करने का आदेश दे दिया है।
मुलायम सिंह यादव, उनके बेटों अखिलेश और प्रतीक यादव, और बहू डिंपल यादव के पास ढाई सौ करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति की जांच करने की मांग कांग्रेस के विश्वनाथ चतुर्वेदी ने साल 2005 में सुप्रीम कोर्ट से की। साल 2007 में जांच शुरू भी की गई।
मुलायम पर चला मुकदमा
मुलायम सिंह यादव ने जांच को रोकने के लिए अदालत से मांग की थी। लेकिन 14 दिसंबर 2012 को अदालत ने उनकी अर्जी नामंजूर कर दी।
अट्ठाइस साल पहले 1977 में मुलायम सिंह यादव जनता पार्टी में मंत्री बने थे। उस वक्त उन्होंने संपत्ति की घोषणा की थी, उसमें केवल तीन बीघे खेती, एक मकान और इटावा में मात्र एक छोटा सा जमीन का टुकड़ा होने की बात कही गई थी। लेकिन अब इनकी संपत्ति करोड़ों की हो गई है। सवाल उठता है कि आखिर अट्ठाइस सालों में उन्होंने इतनी संपत्ति कैसे जोड़ ली जबकि पूरे परिवार के पास कोई व्यवसाय है तो नहीं।