कहते हैं घड़ा गरीब का फ्रिज होता है। लेकिन क्या आप कल्पना भी कर सकते हैं मिट्टी से बने फ्रिज के बारे में। जी हां मिट्टी का फ्रिज!
गुजरात राज्य के रेगिस्तान के बीच एक गांव है रामकृष्ण नगर। उस गांव में रहते हैं, मनसुख प्रजापति। मनसुख एक कुम्हार हैं जो मिट्टी के साथ अलग अलग प्रयोग करते रहते हैं। जब 2001 में गुजरात में एक बहुत बड़ा भूकम्प आया तब मनसुख ने अखबार में देखा कि भूकम्प के बाद एक खबर आई थी जिसमं एक मिट्टी का घड़ा टूटा पड़ा था और उसके नीचे लिखा था गरीब का फ्रिज भूकम्प में टूट गया। ये पढ़कर उनको विचार आया कि क्यों न वो मिट्टी का फ्रिज सचमुच बनाए जो ठंडा करे, बिजली के बिना चले और सस्ता हो।
आज उनकी एक फैक्ट्री है जिसमे वह ऐसे मिट्टी के फ्रिज बनाते है। उम्मीद है कि जल्द ही ये फ्रिज पूरे भारत तक पहुंच जाए। मनसुख प्रजापति को अपने आविष्कार के लिए अब तक बहुत सारे इनाम मिले हैं।
मिट्टी से बने फ्रिज
पिछला लेख