आज की पीढ़ी अमिताभ बच्चन को तो जानती है पर उनके पिता और प्रसिद्ध कवि हरिवंशराय बच्चन को कम युवा याद करते हैं। 27 नवंबर 2013 को हरिवंशराय बच्चन की एक सौ छठी जयंती है। साल 2003 में वे गुज़र गए थे।
साल 1935 में लिखी गई इनकी कविता ‘मधुशाला’ को आज भी कई लोग जानते हैं। बच्चन ने कई प्रभावशाली कविताएं लिखीं जिनमें जीवन में आगे बढ़ते रहना और मानव जीवन के सीमित होने को स्वीकार की बात की गई है।
बच्चन सदा अपना परिचय इस प्रकार देते थे – ‘मिट्टी का तन, मस्ती का तन, क्षण भर जीवन, मेरा परिचय।’
मिट्टी का तन, मस्ती का मन…
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