जिला महोबा, शहर महोबा इते के कम से कम पन्द्रह आदमी ठेकेदार जगन्नाथ प्रजापति के संगे गुम्मा पाथबे के लाने अक्टूबर 2015 में जयपुर गये थे। आठ महीना मजूरी करबे के बाद जब बे घर लौटे तो ठेकेदार से रुपईया मागे तो ठेकेदार पहले हओ हओ करत रओ। जी से अब आदमियन के घर में खाबे के लाने तक कछु नईया। एक तो आदमी अपनों घर चलाबे के लाने बाहर जात मजूरी करबे जी से उनके बच्चन पे भी बुरो असर परत काय के उन्हें गांव में मजूरी नई मिलत। जई से आदमी आत्महत्या करत।
ठेकेदार जगन्नाथ को कबो हे के बो दूसरे ठेकेदार के केबे पे तीस परिवार वालेन को लेके जयपुर गओ तो जीमे अबे कछु आदमियन के रुपईया नई मिले।
रिपोर्टर- सुनीता प्रजापति
16/09/2016 को प्रकाशित
महोबा से पलायन करके जयपुर गए मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी
ज़िम्मेदार कौन- ठेकेदार या हालात?