जिला महोबा ब्लाक चरखारी इते के स्वतंत्रता सेनानी अच्छे लाल ने बताई के “लाजमी हे की जमाने बदल जाये, किस्ती बदल जाये शाहिल बदल जाये, जमाने बदलते हे, जमाने बदलने वाले भी बदलते रहते हे”।
जे चार लाइन अच्छे लाल ने खुद लिखी हे। जे कोनऊ कवि की नईया। अच्छे लाल ने बताई के हम गांधी जी से तो नई मिले लेकिन हम फूल बाग़ में सुभाष चन्द्र बोश से मिले। और आजादी के लाने हम जेल भी गये। लेकिन आज हमाई जा हालत में कोई नइया।
धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने बताई के सब गांव में पहले नेता बनत ते बे सबको एक जुट करत ते। फिर छोटे छोटे आन्दोलन करत ते।
पहले जे नाले की खुदाई करा रहे थे अगर वो बन जातो तो आज कम से कम चार पांच सौ किसानन को फायदा होती लेकिन बको काम बीच में ही बंद हो गाओ।
अब सरकार से कहो के दरखास लगाओ तो कत के तुमाओ काम हो जेहे हो जेहे लेकिन अबे तक नई भओ कछु।
रिपोर्टर- सुनीता प्रजापति सुरेखा राजपूत
महोबा शहर के स्वतंत्रता सेनानी अच्छेलाल जिनसे राहुल गांधी मिलने आए