साक्षरता की अलख जगा रहे महोबा जिला के प्रेरकों को अठारह माह से वेतन नहीं मिला है। जिसके विरोध में प्रेरकों ने 20 मार्च 2018 को जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में एक दिवसीय धरना दिया है और 25 मार्च तक सुनवाई न होने पर आत्मदाह की धमकी दी है।
विमला देवी का कहना है कि वेतन न मिलने से सारा खर्च अपने से उठाना पड़ता है। नौ बजे से तीन बजे तक स्कूल में रहना पड़ता है। यशवंत सिंह का कहना है कि मई 2015 से मैं इस पद में काम कर रहा हूँ। दो हजार में बड़ी मुश्किल सेव गुजारा होता है वो भी अब नहीं मिलता है। शिक्षा का इतना अच्छा काम करने के बाद भी सरकार हमें वेतन नहीं दे रही है। आदर्श साक्षरता कर्मी बेल फेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष आशीष चन्द्र का कहना है कि हम अपने अधिकारों के लिए लड़ते है तो हमारा नवीनीकरण नहीं करते है। हमारा वेतन पन्द्रह हजार किया जायें। हमारी सुनवाई नहीं होगी तो हम आत्मदाह करने और सड़क पर निकलने को मजबूर हो जायेगें।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार का कहना है कि मार्च तक मानदेय दे दिया जायेगा। एक बार में दो महीने की धनराशी भेजी जाती है।
रिपोर्टर- सुनीता प्रजापति