जिला महोबा। 17-18 जनवरी में बारिश के साथ ओले पड़े जिससे कई गांवों में किसानों को खेती में लाखों का नुकसान हुआ है। किसान मुआवज़े के इंतज़ार में हैं।
ब्लाक कबरई, गांव सलारपुरा। रामकली ने आठ बीघा ज़मीन में मटर बोया है। रामकुमार ने दस बीघा ज़मीन में मटर बोया है। ओले पड़ने से मटर के पेड़ टूट गए हैं और फूल भी झड़ गए। मटर और चने की खेती में बहुत नुकसान हुआ है। प्रधान प्रेमरानी के देवर फूलसिंह ने बताया कि गांव में सत्रह सौ एकड़ ज़मीन में 250 आदमी किसानी करते हैं। सर्वे के लिए लेखपाल से कहा गया है।
ब्लाक पनवाड़ी, गांव भरवारा। यहां के चन्द्रशेखर ने पच्चीस बीघा ज़मीन में चना और मटर बोया है। बारिश के कारण मटर में दो तीन फल लग के रह गए हैं। लालमुकुन्द ने आठ बीघा ज़मीन में गेहूं बोया है जिसमें बाली निकल आई थी। ओले पड़ने में पूरी गेहूं के पेड़ टूट के गिर गए। इतने नुकसान के बाद भी न तो प्रधान आया और न लेखपाल। प्रधान खुद कुलपहाड़ में रहता है।
दैविय आपदा के बाबू अखिलेश कुमार ने बताया कि अभी सर्वे हो रहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद नुकसान पता चलेगा। उसी हिसाब से सरकार से मुआवज़े की मांग की जाएगी। अगर खेती में 50 प्रतिशत से ज़्यादा नुकसान है तो ही मुआवज़़ा दिया जाएगा।
महोबा में ओले, फसलें बर्बाद
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