जिला महोबा,गांव भटेवरा खुर्द। सरकार लोगों को सुविधा तो देती है किन्तु उसके लिए ऐसे नियम बनाती हैं। जिससे गरीब लोगों को फायदा की जगह नुकसान होता है। ऐसा हुआ है इस गांव के लोगो के साथ क्यों कि दो महीनें से इस गांव के लोगों को छह किलोमीटर दूर गल्ला लेने जाना पड़ता हैं। जहाँ लोगो को एक दिन अंगूठा लगाने फिर दुसरे दिन गल्ला लेने जाना पड़ता है।इससे लोगों को जितने का राशन नहीं मिलता उससे ज्यादा तो किराया लगाना पड़ता है।
वहीं जिलापूर्ति अधिकारी बी.आर.अहिरवार इस समस्या के बारे में कहते है ग्रामीण इलाके में कोटेदार बिना अंगूठा लगवायें ही राशन देते हैं।
मुलिया,रामकली और ममता का कहना है कि तीन-तीन बार राशन लेने जाना पड़ता है जिससे एक दिन में चलिस रूपये किराया लगता है हमें डेढ़ सौ मजदूरी मिलती हैं किराया में ही सारा पैसा चला जाता है। जिस दिन अंगूठा लगे उसी दिन राशन मिलना चाहिए।
हरिचन्द्र ने बताया कि कोटेदार एक दिन अंगूठा लगाने के लिए बुलाता है तो दूसरे दिन राशन के लिए बुलाता है। दो दिन से पूरे गांव के लोग भाग रहे हैं। कोटेदार नसीर का कहना है कि गांव में ही राशन मिलना चाहिए और अंगूठा लगना चाहिए जिससे लोगों को बार-बार न आना पड़े।
बाईलाइन-श्यामकली
29/09/2017 को प्रकाशित