जिला महोबा, गांव भटेरवा मजरा खेलसा में कोनऊ आंगनबाड़ी नइया जी से गर्भवती, धात्री और बच्चन को पोषाहार नइ मिलत। भटेरवा आगनबाडी से पंजरी मिलत बो भी समय से नइ मिलत।
गौरी शंकर प्रधान ने बताई के हम जब से प्रधान बने हमने केऊ बार जिला को अवगत करा चुके शासन प्रशासन को लेकिन अबे तक जा के बारे में कोनऊ सुनवाई नइ भइ।
गिरधारीलाल ने बताई के अबे कितेकऊ दिनन से न कोनऊ खाना हे मोड़ी मोड़न कोनऊ न कछू न मोड़ी मोड़न को कछू देत हे कओ सो कत के नइया के आओ जी से केने। हमाई दरखास लिखी रखी हमे देबे जाने ती लेकिन हमाई तबियत ख़राब हो गयी सो हम नइ जा पाए। जब मन होत उनको सो आ जाती जब नइ होत सो नइ आत।
गीता प्रेरक ने बताई के इते केंद्र नइया सो स्कूल में आ के शुरुआत होत।
राजेश कुमार सहायक अध्यापक ने बताई के बिना नाम के दस से बीस बच्चा आ जात स्कूल में काय के इते आंगनबाड़ी तो हे नइया और जब बच्चा आ जेहे तो उनसे जो तो के नइ सकत के भग जाओ। जितनो बनत सो बई में शामिल कर लेत।
पुष्पा गुरुदेव बाल विकास अधिकारी ने बताई के जमीन तो उपलब्ध हो गयी लेकिन बजट न मिलबे के मारे अबे आंगनबाड़ी नइ बन पा रई जेसे ही बजट मिल हे तो बनवा दई जेहे। अबे हमाय ब्लाक से पछत्तर आंगनबाड़ी के प्रस्ताव भेज दए।
रिपोर्टर- श्यामकली
17/02/2017 को प्रकाशित