जिला महोबा, मोहल्ला बजरिया, 18 जनवरी 2017। आल्हा चौक के पास कमलेश जनरल स्टोर में काम करने वाले राकेश को वेतन की जगह लात-घूसे मिले। राकेश एक महीने से इस दूकान में काम कर रहा था और उसका आरोप है कि उसे दूकान में बंद करके पीटा गया था और जब वह अधमारा-सा हो गया, तो उसे महोबा रेलवे स्टेशन के पास फेंक दिया गया।
राकेश को इस अवस्था में देखकर राह चलते लोगों ने 100 नंबर पर फोन लगाकर पुसिल को सूचना दी। हालांकि इस घटना की पुलिस में रिपोर्ट लिखवा दी है और पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है। वहीं दूकान के मलिक कमलेश इस घटना की कोई जानकारी नहीं होने की बात कहते हैं।
सरकारी अस्पताल में भर्ती राकेश कहते हैं, “मुझे तीन लोगों ने मिलकर मारा हैं, जिसमें कमलेश (दूकान मालिक) और उसके दो कर्मचारी अतुल और लप्पू थे।” राकेश की हाथ की हड्डी टूट गई है और उसके शरीर में काफी चोटे भी आई है।
वहीं राकेश की मां क्रांति का कहना है, “कमलेश दबंग टाइप का आदमी है। उसने मेरे बेटे को मारने के साथ ही उसे जबरदस्ती चोरी करने के आरोप वाले कागज में हस्ताक्षर भी करवा लिया है।”
मारपीट के आरोप पर दूकानदार कमलेश का कहना है, “मैं उस रात यहां था ही नहीं और मुझे इस घटना की कोई जानकारी भी नहीं है।”
महोबा के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सक्सेना का कहना हैं, “मारपीट के आरोपी कमलेश के खिलाफ शिकायत आई हैं और हमनें रिपोर्ट लिख ली है। अब हम आगे कार्रवाई करेंगे।”
रिपोर्टर- सुनिता प्रजापति
12/01/2017 को प्रकाशित