महोबा जिले के चरखारी ब्लाक के पाठा गांव में जहां पानी की समस्या हर साल भयंकर रूप ले लेती है, इस साल भी गांव की महिलाएं इस समस्या से जूझ रही हैं, इसलिए 6 अप्रैल को विधायक राकेश गोस्वामी का घेराव किया है।
रामकली का कहना है कि पानी के कारण मजदूरी करने नहीं जा पाते हैं। घर में जानवर भी है उनके लिए एक किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। हैन्डपम्प बिगड़े होने के कारण गड्ढ़े से पानी लातें हैं। पानी के कारण बच्चें पढ़ने नहीं जा पाते हैं। मुकेश का कहना है कि बहुत दूर से सर में रखकर पानी लाते हैं। रामकुंवर ने बताया कि हैन्डपम्प में भीड़ रहती है तो नम्बर लगाना पड़ता है इसलिए डियूटी करने वाले समय से नहीं जा पाते हैं। जो लोग घर में रहते है तो सारा दिन नहाने धोने के लिए लिए बैठे रहते हैं। छह की जगह तीन डिब्बे से ही काम चलाना पड़ता है। गुड्डी का कहना है कि साइकिल से पानी लाते हैं तो बीमार पद जाते हैं। गायत्री का कहना है कि पानी के कारण झगड़ा हो जाता है और जानवर भी प्यासे रहते हैं। हमें नहाने को पानी नहीं मिलता है।
विधायक राकेश गोस्वामी का कहना है कि पाठा में बोर सफल नहीं होते हैं। पन्द्रह-बीस गांवों की पेयजल की समस्या के लिए स्टीमेट बनाकर शासन को भेज दिया है।
रिपोर्टर-सुनीता प्रजापति