जिला महोबा, कस्बा कुलपहाड़, 11 जनवरी 2017। बुंदेलखण्ड में सूखे राहत का पैसा अभी भी किसानों को पूरा नहीं मिला पाया हैं। इस ही मुद्दे पर 3 जनवरी को बुंदेलखण्ड किसान यूनियन ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। धरने प्रदर्शन में प्रदेश के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमला कुमार शर्मा और जिला अध्यक्ष रामस्वरुप यादव के साथ 300 किसान शामिल हुए। किसानों की 13 सूत्रीय मांगों में कर्ज माफ, अन्ना जानवरों के लिए कजी हाऊस, किसानों को 18 घण्टे बिजली की आपूर्त्ति, किसानों की पेशन योजना लागू करने के साथ फासल बीमा मुआवजा की मांग कर रहे थे। उन्होंने जिलाधिकारी वीरेश्वर सिंह को ज्ञापन दिया। किसानों का कहना हैं कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वे इस धरने को आंदोलन में बदल देंगे।
बुंदेलखण्ड किसान यूनियन के प्रदेश के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमला कुमार शर्मा कहते है, “बुंदेलखण्ड के सूखा आपदा राषि में बड़ी धांधलेबाजी हुई हैं। ये धांधलेबाजी तहसील कर्मचारियों और लेखपालों के द्वारा की गई हैं। हम चाहते हैं कि किसानों को ये राशि मिले और उन्हें अन्य सुविधा जैसे पानी, बिजली की सही व्यवस्था हो।”
वहीं जिला अध्यक्ष रामस्वरुप यादव ने बुंदेलखण्ड के किसानों की स्थिति बुरी बताते हुए कहा कि यहां के सूखे के कारण 50 प्रतिशत किसान तो यहां से चले गए है। वह तीन साल से यहां धरना प्रदर्शन करने की बात कहते हुए बताते हैं,“इस बार हम सभी किसानों से चुनाव में नोटा (चुनाव में सभ उम्मीदवारों को बर्खास्त करने का बटन)के इस्तेमाल को कह रहे हैं। हमने चरखारी के उप-चुनाव में भी किसानों को ये करने को कहा था और तब भी 4 हजार किसानों ने नोटा का प्रयोग किया।”
किसान सियाराम किसानों को राहत राशि नहीं मिलने का आरोप लगाते हैं। किसान गुमान और जमुना प्रसाद भी राहत राशि नहीं मिलने की बात कहते हैं।
रिपोर्टर- श्यामकली
Published on Jan 9, 2017