जिला महोबा। महोबा तहसील पर जिले के लेखपालों ने 16 सितम्बर को अपनी मांगों को लेकर धरना दिया। उन्होंने महोबा एस.डी.एम. नन्हकू के हाथ ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री को भेजा है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो 30 सितम्बर को सभी लेखपाल जिला मुख्यालय पर सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक धरने पर रहेंगे।
लेखपाल विमलेष, विष्णु प्रसाद, भगवानदीन और प्रभुदत्त त्रिपाठी के अनुसार यह धरना पूरे प्रदेष में चल रहा है। लेखपालों का कहना है कि ना तो उनका वेतन बढ़ाया जा रहा है और ना ही पदोन्नति की जा रही है। उनका कहना है कि लेखपालों को ज़मीनी स्तर पर हर तरह के काम करने पड़ते हैं। उनकी बाढ़, सूखा और अग्निकाण्ड जैसी आपदाओं से लेकर जनगणना और पशुगणना जैसे कामों में ड्यूटी लगा दी जाती है पर उन्हें इसके बदले में बहुत कम वेतन मिलता है।
लेखपालों का कहना है कि अगर जल्द शासन ने कोई कदम नहीं उठाया तो 13 अक्टूबर को राज्य के सभी जिलाध्यक्ष, जिलामंत्री, तहसील अध्यक्ष और तहसील मंत्री प्रदेश के कार्य समिति पदाधिकारी राजस्व परिषद लखनऊ का घेराव करेंगे। इस बीच पड़ने वाले तहसील दिवस और समाधान दिवस का बहिष्कार करते हुए सभी लेखपाल अपने क्षेत्र में ही रहेगें।
लेखपालों की कुछ मांगें
– राजस्व लेखपालों को वेतनमान, वाहन भत्ता, स्टेशनरी आदि पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश के बराबर दिया जाए।
– पहले से प्रस्तावित रजिस्टार कानूनगो के पदों में सौ प्रतिशत लेखपालों की पदोन्नति करी जाए।
– आठ हज़ार पदों की भर्ती शीघ्र कराई जाए। ओवर टाइम काम करने पर मानदेय दिया जाए।
– लेखपालों की पढ़ाई इन्टर पास से बी.ए. पास कर दी जाए।