जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव नौसारा के आदिमियन को आरोप हे के जिन आदमियन ने रिश्वत दई उनकी सूखा राहत की चेक आ गई। जिन ने नइ दई रिश्वत उनकी सूखा राहत की चेक नइ मिली।
पिछली बार जब दूसरी किश्त मिली ती तो कछू आदमियन को 27 हजार की चेक मिली ती और कछू 18 हजार की मिली।
हरीचन्द्र ने बताई के हमे दो चेके आई बस एक आठ हजार की आई ती और दूसरी तेरह हजार की आई ती। हमे अबे तीसरी चेक नइ मिली। लेखपाल और गांव के आदमी दलाली कर रए।
सुमित्रा ने बताई के जिन आदमियन ने रुपईया दए उनके आ गए। कम से कम पचास आदमियन ने रुपईया दए अबे चार दिना पहले कई ती हमने लेखपाल से जब हमाई पहली चेक मिली ती सो हमे 27 हजार की मिली ती। और सबको 36 36 की मिली ती। और अबे दूसरी चेक मिली सो सबकी 27 27 हजार की मिली और हमे 18 हजार की मिली।और अबे न हमाई तीसरी चेक मिली नइया जिन ने दे दए उनकी आ गई।
विलयल ने बताई के हमे तो एकउ चेक नइ मिली। पहले बीस प्रितिशत मांग रए ते रुपईया अब पचास प्रतिशत मांग रए। कह रए के रुपईया जमा करो सो तुमाई चेके आ जेहे। लेखपाल से भी बात करी और हमने कइ के फाइल बता दो सो न फाइल बतात। और न अबे तक हमे एकउ चेके आई।
सोख कुमार पाण्डेय तहसीलदार ने बताई के अबे तेरह लाख छेयालीस किसानन को चेक देने हे अबे उने देबे में एक हफ्ता लग जेहे।
रिपोर्टर- सरोज
21/12/2016 को प्रकाशित