महिला प्रो क्रिकेट लीग ‘डब्ल्यूपीसीएल’ का उद्घाटन 12 जून को मैसूर में खेले गये पहले मैच के साथ संपन्न हुआ। यह भारत में खेला जाने वाला पहला महिला टूर्नामेंट होगा जिसमें गुलाबी गेंद का इस्तेमाल किया जायेगा।
यह बाकी अन्य गेंद की अपेक्षा छोटी, चमकदार और अधिक घुमावदार होती है जिसकी वजह से खेल में रोमांच अधिक बढ़ जाता है।
इस टूर्नामेंट के लिए आठ टीमें तैयार की गई हैं। इन्हें दो समूहों में विभाजित किया गया है। पहले तीन टीम खेलेंगी। हर समूह से दो टीमों को सेमीफाइनल खेलने के लिए जितना होगा। गंगोत्री ग्लैड्स और जे।सी ग्राउंड दोनों में दो मैच हर दिन खेले जाएंगे और अंतिम 16 जून को होगा।
जितने वाली टीम को 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा, जबकि रनर-अप 2रहने वाली टीम को 25,000 रुपये दिए जायेंगे।
कर्नाटक की तेज़ गेंदबाज़ आकांशा कोहली कहती हैं कि हम कुछ अलग करना चाहते थे। आमतौर पर गुलाबी गेंद का उपयोग टेस्ट मैच और प्रथम श्रेणी के मैचों के लिए किया जाता है। इसलिए हमने सोचा क्यों न इस गेंद का इस्तेमाल टूर्नामेंट खेलने के लिए भी किया जाए। यह हमारे अभ्यास को अधिक मजबूत बनाने में मदद कर सकती है।
उन्होंने आगे कहा “हम इस टूर्नामेंट के माध्यम से महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना चाहते हैं और जितना भी हो सके उतना बेहतर अभ्यास करना चाहते हैं। चूँकि हमें अधिक मैच खेलने के लिए नहीं मिलते इसलिए भी यह हमारे लिए एक अच्छा मंच है।”
जल्द ही भारतीय महिला टीम 24 जुलाई से इंग्लैंड में खेले जाने वाले विश्व कप के लिए रवाना होगी।