महाराष्ट्र और हरियाणा। देश के दोनों राज्यों में 15 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी जीत हाथ आई। दोनों राज्यों में इसके पहले कांग्रेस की सरकार थी और कई लोकल पार्टियां भी मैदान में उतरी थीं पर भाजपा को भारी बहुमत मिली और दोनों राज्यों में उन्हीं की सरकार बनना तय है।
हरियाणा। राज्य में कुल नब्बे सीटों में से भाजपा को सैंतालिस सीटें मिलीं जबकि 2009 में चुनी गई पिछली विधानसभा में पार्टी को सिर्फ चार सीट ही मिलीं थीं।
26 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) के पूर्व प्रचारक और अब हरियाणा के करनाल जिले के विधायक मनोहर लाल खत्तर ने राज्य के मुख्यमंत्री के पद के लिए शपथ ली। आर.एस.एस. और भाजपा से पुराना नाता रखने वाले चव्वन साल के खत्तर ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि जाति आधारित खाप पंचायतों के फैसले सही हैं और अगर लड़कियां ढंग के कपड़े पहनें तो कोई लड़का उन्हें बुरी नज़र से नहीं देखेगा।
महाराष्ट्र। राज्य की शिवसेना पार्टी से अपने पच्चीस साल के गठबंधन को तोड़ने के बाद भी भाजपा को दो सौ अट्ठासी में से एक सौ बाइस सीटें मिलीं। यहां भी कांग्रेस की हार हुई – 2009 में बयासी सीटें जीतने के बाद, 2014 में पार्टी को सिर्फ बयालिस सीटें ही हाथ आईं।
महाराष्ट्र भाजपा में लंबे समय से जुड़े रहे पैंतालिस साल के देवेंद्र फडनाविस का नाम मुख्यमंत्री के पद के लिए प्रस्तावित किया गया है। राज्य में भाजपा को कांग्रेस के पुराने साथी शरद पवार की एन.सी.पी. पार्टी ने बाहरी सहयोग देने की बात भी कही है।