ललितपुर जिले के महरौनी ब्लाक में रैन बसेरा सिर्फ नाम के लिए बना हैं।क्योंकि यहां यात्रियों की जगह बिजली विभाग का कबाड़ और गन्दगी ने ले ली हैं। इस ठण्ड के मौसम में लोग ठिठुरते हुए जगह तलाशतें हैं। एस डी एम धीरेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि रैन बसेरा अभी पूरी तरह नहीं बना है और कम्बल भी नहीं आयें हैं। लोंग रहनें के लिए आयेंगे तो व्यवस्था कर दी जायेगीं।
नत्थूराम पाल का कहना है कि रैन उपजिलाधिकारी और नगरपंचायत ने रैन बसेरा बनवाया था।रैन अ खाली नाम के लिए है जिस उद्देश्य से बनवाया गया था वह उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है। यहां बिजली विभाग का कबाड़ भरा है और कर्मचारी ताला लगा देतें हैं।कई बार दरखास देनें के बाद भी सुनवाई नहीं हुई है। यह अंधेर नगरी है। तुलसा का कहन है कि यहां कुछ व्यवस्था नहीं है तार पड़े है और सब जगह गन्दगी फैली है।बाहर से जो लोग आते है तो गन्दगी देखकर लौट जातें हैं। कल्लू पाल का कहना है कि कोई भोपाल से टीकमगढ़ के लिए जा रहा हो तो साधन न मिलनें के कारण यहां रुकना पड़ता हैं।
रिपोर्टर-सुषमा
Published on Dec 22, 2017