जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव अकबरपुर, अमर ज्योति बस्ती। हिंया के मड़इन का आरोप हवै कि प्रधान उर्मिला सिंह मनरेगा के तहत कउनौ काम नहीें दिहिस हवै। यहिसे पहाड़ के पत्थर फोडि़त हन अउर घर का खर्चा चलत हवै। यहिसे टी.बी. के बीमारी होय का खतरा बना रहत हवै।
बस्ती के शिवकुमारी कहत हवै कि मनरेगा के तहत काम मिलै तौ नींक रहत पै प्रधान का पंचवर्षीय पूर होइगें काम नहीं दिहिस। यहिसे क्रेशर मशीन मा पहाड़ के पत्थर फोडि़त हन। पत्थर फोड़ै मा हाथ मा छाला पड़ जात हवै। गिट्टी भी चिटक के लाग जात हवै।
रामजीत कहिस कि मोहिका जिन्दगी बीत गे पहाड़ के पत्थर तोड़त। यहिसे साल भर पहिले टी.बी. के बीमारी होइगे रहै। साल भर इलाज करायंव, पै अबै भी खांसी आवत हवै। यहिसे काम नहीं कइ पावत हौं। प्रधान मनरेगा के तहत काम नहीं देत कि कुछौ काम कइ सकौं।
बुंदिया नाम के औरत कहिस कि जाबकार्ड देखै खातिर बना हवै,पै प्रधान काम नहीं दिहिस हवै। प्रधान से काम के मांग कइयौ दरकी कीन गे, पै वा नहीं सुनत आय।
प्रधान उर्मिला सिंह के मनसवा ध्यान सिंह का कहब हवै कि हर परिवार के लोगन का काम दीन गा हवै। मड़ई मनरेगा के तहत खुदै काम नहीं करत हवै। उंई कहत हवै कि मनरेगा मा कम मजूरी मिलत हवै।
सी.डी.ओ. मुजाहिदुल अहसन कहिन कि गांव मा जांच कराई जई कि प्रधान मड़इन का मनरेगा के तहत काम काहे नहीं दिहिस हवै। यहिके बाद कारवाही कीन जई।
मनरेगा ठप्प, नहीं मिलै काम
पिछला लेख