किसी ने सही ही कहा है कि असफलता से बिना डरे सफलता की कोशिश करते रहने चाहिए। ऐसा ही मानना हैं, मथुरा के फक्कड़ बाबा का जिन्होंने 15 बार चुनाव हार जाने के बाद भी 17 जनवरी को विधानसभा चुनाव में अपना नामांकन भरा है। बाबा निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में मथुरा-वृंदावन से चुनाव लड़ रहे हैं। बाबा का मानना हैं कि उनको उनके गुरु ने कहा था कि उन्हें 19 बार हारने के बाद 20वीं बार सफलता मिलेगी।
कानपुर के बिठूर में फक्कड़ बाबा का जन्म हुआ था और वह 11 साल की उम्र में एक साधु के साथ मथुरा आ गए। उस दिन के बाद से 73 साल के फक्कड़ बाबा कभी मथुरा को छोड़कर नहीं गए। बाबा मथुर के महादेव मंदिर के नीचे बने एक कमरे रहते हैं और पूरे समय रामायण का पाठ करते रहते हैं।
फक्कड़ बाबा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में हेमा मालिनी के खिलाफ भी चुनाव लड़ था, जिसके लिए उन्होंने 82 हजार रुपय खर्च किये थे। ये धनराशि उन्हें उनके भक्तों ने दान के रुप में दी थी। बाबा अभी तक 8 बार लोकसभा चुनाव और 7 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।