जिला बांदा, कस्बा बांदा 1 मई का अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनावा जत है। पै का मजदूर दिवस मनावे से मजदूरन के समस्या खतम होइ जात है। कउनौ भी देश समाज बनावै का मजदूरन के बहुतै बड़ा हाथ होत है पै मजदूरन के हालत बहुतै ख़राब है।
यहै कारन मजदूर दिवस के मउका मा हेंया के मजदूर पूंजीवाद मुर्दाबाद के नारा लगाइन है अउर आपन ज्ञापन एस डी एम का दिहिन है।
राम नरेश यादव का कहब है कि सब का साथ सब का विकास नारा दे वाली सरकार मजदूरन खातिर कुछौ नहीं करिस आय।किसानन का एक लाख कर्जा माफ़ करिस है।
मजदूरन का एकौ कर्जा माफ़ नहीं करिस आय।का मजदूरन का कर्जा नहीं आय। मजदूरन के हक के खातिर मैं पूर लड़ाई लड़िहौं अउर हमार मांग न पूर होई तौ हम आन्दोलन करबै। मजदूरन का काम नहीं दीन जात तौ बेरोजगारी का भत्ता दे का चाही।
मजदूर भगवती प्रसाद बताइस कि केत्ते बेरोजगार हैं वहिके खातिर कताई मिल जइसे फैक्ट्री खुले का चाही।तीन महीना से बालू का काम बंद है।जेहिमा 4 सौ बालू मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हैं।पहले नोटबंदी अब खनन बंद करे से न जाने केत्ते मजदूर बेरोजगार होय गें हैं। बालू बंद होय से भवन निर्माण जैसे काम भी बंद पड़े हैं।
मजदूर शिवदेवी बताइस कि छोट-छोट बच्चन का छोड़ के मजदूरी करै अइत हन पै कुछौ काम नहीं मिलत यहिसे बच्चा भूखन मरत है। सरकार भी हम गरीबन के सुनवाई कत्तो नही करत आय। नाम खातिर जगह जगह मजदूर दिवस मनावत है।
रिपोर्टर- मीरा देवी
02/05/2017 को प्रकाशित