1-बोलो खून चूसन डंक मारन मच्छर देव की जय।
2-जय मच्छर भगवान उजागर जय भगवति रोगों के सागर।
3-नगर दूत अतुलित बलधामा तुमसे जीत न पावें
4- मधुर मधुर खुजलाहट लाते सबकी देह लाल कर जाते।
5- गुप्त रूप धरि तुम आ जाते भीम रूप धरि तुम खा जाते।
6- गली बाजार घर-घर माहिं काट खाय तौ अचरह नाहीं।
7-नाम तुम्हारे बाजे डंका।
8-सभी जगह आदर तुम पाते बिना इजाजत अन्दर तुम घुस जाते।
9-मलेरिया के तुम दाता खटमल के तुम हो भ्राता।
10-जनता तुम्हें खूब पहंचाने नगर पालिका तुम्हारा लोहा माने।