मुंबई। 22 अगस्त के मुंबई सामूहिक बलात्कार मामले में पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस सबूत इकट्ठा कर रही है। चार आरोपियों को 19 सितंबर तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा। पांचवा आरोपी नाबालिग है। 5 सितंबर को नाबालिग आरोपी की पहचान की गई।
3 सितंबर को एक और लड़की ने एफ.आई.आर. दर्ज कराई कि दो महीने पहले उसके साथ इस ही इलाके में सामूहिक बलात्कार हुआ था। माना जा रहा है कि इन पांचों से जुड़े और भी केस हो सकते हैं।
31 अगस्त को दिल्ली सामूहिक बलात्कार मामले में एक खास कोर्ट ने नाबालिग दोषी को तीन साल की सज़ा सुनाई। देश के कानून के अनुसार किसी नाबालिग को इससे लंबी सज़ा नहीं दी जा सकती है। इस पर पूरे देश में गुस्सा छा गया है।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार 2013 में भारत में हर बीस मिनट एक बलात्कार की घटना घटती है। पिछले कुछ समय में देश भर में कई बलात्कार की घटनाएं सामने आई हैं।
-उत्तर प्रदेश के जिला प्रतापगढ़ में 30 अगस्त सत्रह साल की दलित लड़की के साथ सात लोगों ने बलात्कार किया। लड़की को डराया धमकाया गया। अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
-बिहार के बेगूसराय जिले में 30 अगस्त को एक दलित महिला ने तीन लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार की एफ.आई.आर. दर्ज कराई।
-महाराष्ट्र के पुणे शहर में अस्पताल के वार्ड बौय और चैकीदार ने एक गूंगी महिला के साथ 29 अगस्त को बलात्कार किया।
-हरियाणा के जिंद जिले में 25 अगस्त को बीस साल की दलित लड़की की लाश मिली। पुलिस की लापरवाही के कारण अब तक तीन बार पोस्टमार्टम होने के बाद भी बलात्कार का मामला दर्ज नहीं किया गया है।