भारत के पहले ओलंपिक तैराक शमशेर खान का 15 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
87 साल के शमशेर, गुंटूर जिले के रिपाले के निकट एक छोटे से गांव कैथपाले में रहते थे। शमशेर देश के पहले तैराक थे जिन्होंने 1956 में ओलंपिक में हिस्सा लिया था। उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर मेलबर्न ओलंपिक के लिए गये।
आश्चर्यजनक बात ये है कि कई सुधारों और बेहतर कोचिंग सुविधा के बावजूद कोई भी 6 दशकों में भारतीय तैराक उनका रिकॉर्ड आज तक नहीं तोड़ पाया है।
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शमशेर खान साल 1946 में सेना में भर्ती हुए थे और साल 1962 में चीन के खिलाफ और साल 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ हुए युद्ध का भी वो हिस्सा रहे।
एक अंग्रेजी अख़बार के अनुसार, शमशेर सरकार द्वारा उन्हें कोई भी पहचान ना दिए जाने से परेशान थे। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी गरीबी में बिताई और अपने अंतिम दिनों तक भी उन्होंने गरीबी में ही जीवन व्यतीत किया, उन्हें मिलने वाली पेंशन ही उनके परिवार में कमाई का एकमात्र साधन रही।