औस्लो, नौरवे। पाकिस्तान की मलाला युसुफज़ाई और भारत के कैलाश सत्यार्थी को नौरवे देश के औस्लो शहर में दुनिया का सबसे अहम अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार नोबेल प्राइज़ दिया गया। मलाला युसुफज़ाई को यह पुरस्कार पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा पर काम करने के लिए शांती के लिए यह पुरस्कार दिया गया। सत्रह साल की मलाला पुरस्कार के 1901 से चले आ रहे इतिहास में जीतने वाली सबसे छोटी उम्र की विजेता हैं। कैलाश सत्यार्थी की संस्था ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ को 1990 से बाल मज़दूरी को रोकने पर काम करने के लिए सम्मानित किया गया।
भारतीय और पाकिस्तानी सम्मानित
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