भाजपा की सांसद सावित्री बाई फुले ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी पर जमकर हमला बोला है। फुले ने कहा है कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और इसके लिए संघर्ष करने की जरूरत है।
उन्होंने लखनऊ में एक रैली में जमकर केंद्र सरकार और भाजपा को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि देशभर में इस बात को लेकर फिक्र है कि कैसे संविधान की विभिन्न संस्थाओं को बचाया जाए।
सावित्री बाई फुले ने कहा है कि वो देशभर संविधान बचाओ रैली करेंगी क्योंकि देश के हालात को देखते हुए ये जरूरी है।
फुले ने कहा कि देश में न्यायपालिका हो, संसद हो या फिर चुनाव आयोग और आरबीआई जैसी संस्थाएं हों, सभी को कमजोर करने का काम सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर सभी संस्थाओं की स्वतंत्रता ही खत्म हो जाएगी तो अराजकता का माहौल ही पैदा होगा।
सावित्री बाई फुले ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारों को भी दलित और पिछड़ों की विरोधी बताया है। उनका कहना है कि इन सरकारों की नीतियां दलितों और पिछड़ों के खिलाफ हैं और आरक्षण भी खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ कार्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर भी भाजपा के रुख के खिलाफ उन्होंने बयान दिया था। फुले ने कहा था कि मोहम्मद अली जिन्ना ने आजादी की लड़ाई लड़ी और वो एक महापुरुष थे। भाजपा सांसद ने कहा था कि गरीबी, भुखमरी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर ऐसे मामले उठाए जा रहे हैं।