देश के राजनीतिक दलों के खिलाफ 2011 में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अभियान चलाने वाले सामाजिक कार्यकत्र्ता अन्ना हज़ारे एक बार फिर अनशन की तैयारी में हैं। अन्ना हज़ारे का कहना है कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार मिटाने का वादा किया था, लेकिन अब तक उसे पूरा नहीं किया। उनका यह भी कहना है कि सरकार बने आठ महीने हो गए हैं यह समय काफी होता है। अगर अन्ना हज़ारे इस वक्त भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं तो इसका असर दिल्ली चुनाव पर पडेगा। यह वही अन्ना हज़ारे हैं, जिन्होंने 2011 में देशव्यापी आंदोलन शुरू किया था। आम आदमी पार्टी के केजरीवाल हों या फिर भाजपा की किरण बेदी दोनों ही इस आंदोलन की देन हैं।
भाजपा के खिलाफ अन्ना करेंगे अनशन
पिछला लेख