इंग्लैंड में सितंबर में शुरू किए गए पांच पाउंड के नए नोट अपनी खासियत की वजह से लोगों को पसंद आ रहे हैं। यह मज़बूत हैं और फटते नहीं हैं। इन्हें भिगो भी सकते हैं। यह अगर वाशिंग मशीन में धुल जाएं तो भी सुरक्षित बच जाएंगे।
यह नोट चिकने हैं क्योंकि इन्हें बनाने के लिए जिस ‘प्लास्टिक पॉलीमर’ (कई अणुओं से मिलकर बनने वाला कार्बनिक यौगिक) का इस्तेमाल हुआ है उसमें कुछ अंश चर्बी के भी हैं, जो जानवरों से मिलती है।
लेकिन इस नोट से शाकाहारी लोग नाखुश हैं और इस जानकारी के सामने आने के बाद ‘वीगन’ (जो किसी भी तरह के पशु उत्पाद से परहेज़ करते हैं, जिसमें दूध, दही भी शामिल है) और शाकाहारियों ने सोशल मीडिया पर अपनी चिंता ज़ाहिर की है। 40 हज़ार से भी ज़्यादा लोगों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर कर इस नोट को बनाने की सामग्री बदलने की मांग की है। जब कुल दस्तखत 150,000 हो जाएंगे तो यह याचिका ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ को सौंप दी जाए।
याचिका में कहा गया है, “हम मांग करते हैं कि आप उस मुद्रा के उत्पादन में पशु उत्पाद का इस्तेमाल रोकें जिसे हमें इस्तेमाल करना होता है।” वहीं कुछ ब्रितानी हिंदू नेताओं का कहना है कि वो मंदिरों में इस नोट को प्रतिबंधित किए जाने पर विचार करेंगे।
इसके साथ ही हिंदुओं के संगठन और मंदिरों के अगुवा ब्रिटेन के हिंदू फोरम (एचएफबी) ने बैंक ऑफ इंग्लैंड से नए पांच पौंड के नोट को वापस लेने की अपील की है। उनकी भी ये विनती है कि जल्द से जल्द नोटों को चर्बीमुक्त बनाया जाए।