उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर हाइवे पर नोएडा की एक महिला और उसकी 14 साल की बेटी को कार से जबरदस्ती खींचकर उनका बलात्कार किया। यह जगह दिल्ली से सिर्फ 65 किलोमीटर दूर है।
यह घटना 29 जुलाई को पुलिस पोस्ट से महज 100 मीटर की दूरी पर घटी। इसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कई पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया।
बुलंदशहर के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला 29 जुलाई की रात अपने परिवार के साथ शाहजहांपुर से आ रही थीं। बुलंदशहर में आते ही अज्ञात लोगों ने उनकी कार को लोहे की रॉड से पीटना शुरू कर दिया। जैसे ही चालक ने गाड़ी रोकी, वैसे ही बंदूक की नोक पर पांच लोग उन्हें बंधक बनाकर ले गए। परिवार के साथ लूटपाट की गई। आदमी को बांध दिया गया। 35 साल की महिला और उसकी बेटी को दूर तक घसीटकर ले गए और उनके साथ तीन घंटे तक उनका बलात्कार किया। काफी समय बाद इन्हें पुलिस ने ढूंढा।
जिस हाइवे पर यह घटना हुई वो दिल्ली को कानपुर से जोड़ता है और पुलिस की पोस्ट घटनास्थल से महज 100 मीटर की दूरी पर थी। लेकिन ताज्जुब करने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी वारदात हो गई लेकिन पुलिस को कुछ पता नहीं चला!
महिला और उसकी बेटी ने बताया कि उन्होंने पुलिस की पेट्रोलिंग कार को देखा था, लेकिन वह दूर थी। वे मदद के लिए चिल्लाए, लेकिन आवाज उन तक नहीं पहुंच पाई।
उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 24 घंटे के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। इस केस में जांच प्रमुख सचिव की निगरानी में हो रही है। इस मामले में अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है बाकियों की तलाश जारी है।
इस घटना के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बुलंदशहर की घटना से यह साबित हो गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है और इससे यह साफ जाहिर हो गया कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं, जंगल राज चल रहा है।’ इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से इस्तीफे की मांग की है।