जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव बपरेथा। एते की ओरतें शिव शंकर स्वयं सहायता समूह में जुड़ी हती। जीखे तहत ऊखो भैंस पालन करें खे लाने तीस-तीस हजार रूपइया मिलो हतो। आरोप हे कि देवीसिंह मिश्रा (पूर्व सचिव) ने सबसे छह-छह हजार रूपइया लओ हे। सबने 1 अक्टूबर 2013 खा तहसील दिवस में दरखास देके कारवाही के मांग करी हे। समूह की अध्यक्ष मायारानी के साथे ओरतन ने बताओ कि 30 अगस्त 2011 खा हम ई समूह में जुड़ी हती। जीमेे समूह खा तीन लाख साठ हजार रूपइया भैंस पालन करें के लाने मिलो हतो। जीमें (पूर्व सचिव) देवीसिंह मिश्रा ने सब ओरतन से छह-छह हजार रूपइया लओ हतो, ओर कहत हतो कि जभे तुम लोग भैंस लेहो तो ऊखे मोहर ओर बिल्ला लगाये के साथे बीमा भी कराओ जेहे। समूह की कोषाध्यक्ष पार्वती बताउत हे कि भैंसन खे लाने जोन अनाज मिलत हे, ऊखा बीचई में बेंच लओ हे। समूह की सदस्य प्रेमरानी ओर कुशुमरानी की भैंस दो महीना पेहले गलाघोंटू की बीमारी से मर गई हें, तो देवीसिंह खा बोलाओ, पे ऊ नई आओ आय। जभे देवीसिंह मिश्रा (पूर्व सचिव) से बात करी तो ऊने साफ शब्दन में कहो कि में ऊ समूह के बारे में कछू नई जानत हों। गौरहरी चैकी इन्चार्ज वीरेन्द्र त्रिपाठी ने बताओ की बपरेथा गांव से कोनऊ दरखास नई आई हे।
बीमा करायें के नाम पे लये रूपइया
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