तमिलनाडु के बाद अब मुंबई में भी बीएमसी के सभी स्कूलों में ‘वंदे मातरम’ गाना अनिवार्य हो गया है।
एक न्यूज एजेंसी के अनुसार, मुंबई के मेयर ने कहा कि बीएमसी के स्कूलों में वंदे मातरम को अनिवार्य करने के लिए बीएमसी ने नोटिस पास कर दिया है, अब सरकार द्वारा इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
अगर फडणवीस सरकार की तरफ से भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जाती है तो बीएमसी के सभी स्कूलों में वंदे मातरम गाना अनिवार्य हो जाएगा।
दरअसल, राष्ट्रवाद के नाम पर छिड़ी बहस के बीच पिछले दिनों बीजेपी नगरसेवक संदीप पटेल इस संदर्भ में एक प्रस्ताव लाए थे। इस प्रस्ताव में बीएमसी समेत सभी अनुदानित स्कूलों में वंदे मातरम गाना अनिवार्य करने की मांग रखी गई थी।
संदीप ने अपने प्रस्ताव में कहा कि देशभक्ति की ज्योति भावी पीढ़ी में बनाए रखने के लिए सप्ताह में दो दिन स्कूलों में वंदे मातरम गाया जाना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु के सभी स्कूलों में सप्ताह में कम से कम दो बार राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम गाना अनिवार्य कर दिया है।
आदेश के अनुसार, सरकारी व निजी प्रतिष्ठान भी माह में एक बार इसका आयोजन करेंगे। मद्रास हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि बंगाली व संस्कृत में गाने में परेशानी हो तो तमिल में इसका अनुवाद किया जाए। साथ ही कहा कि किसी संस्थान या व्यक्ति को इसे गाने या बजाने में परेशानी हो तो उसके साथ जबरदस्ती न की जाए, लेकिन ऐसा न करने पर कोई ठोस कारण बताया जाना जरूरी है।