सासाराम बिहार। 4 अक्टूबर, 2013 को दो लड़कियों ने घर छोड़ के आपस में शादी कर ली। रीमा और आकांशा दोनों ही बचपन से दोस्त थीं और 4 अक्टूबर, को दोनों ने सासाराम के एक मंदिर में शादी कर ली। बिहार में शायद ये पहला समलैंगिक शादी का केस है जो मुख्यधारा अखबारों में आया है। एक लड़की के परिवार वालों ने दूसरी लड़की पर अपहरण का केस लगाया। फुलवारी शरीफ थाने के एस. एच. ओ. एन के रजत ने कहा कि पटना हाई कोर्ट में बयान के बाद दोनों लड़कियों को अपने गार्डियन के साथ लौटना पड़ा क्योंकि दोनों नाबालिग थीं। बयान में लड़कियों ने कहा कि वे अपनी मजऱ्ी से साथ रह रही थीं और किसी ने दबाव या ज़ोर ज़बरदस्ती नहीं की थी। समलैंगिकता को कानूनी और सामाजिक रूप में स्वीकारने के लिए सालों के लड़ाई चल रही है। धारा 377 कानून समलैंगिकता को अपराध मानता है। दिल्ली में इस कानून को बदल दिया गया है। इस केस को इन बातों को नज़र में रखते हुए देखना ज़रूरी है।
बिहार में समलैंगिक विवाह
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अमरीका कर रहा गैरकानूनी हमले
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