जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव खिचरी का बेलहा पुरवा। हिंया लगभग एक बरस से बिजली कटौती होत हवै। बिजली आवैं जाये का कउनौ समय नहीं होत हवै। या कारन हजारन मड़ई अंधियारे मा रहैं का मजबूर हवैं। बिजली कटौती खतम करैं खातिर कइयौ दरकी मानिकपुर बिजली विभाग मा लिखित दीन गे, पै ध्यान नहीं देत हवैं।
पुरवा के मुकेश, बाबू अउर गोरेलाल का कहब हवै कि बिजली रात दिन आंख मिचैली करत हवै। यहै से मोबाइल चार्ज नहीं होइ पावत अउर न तौ ट्यूबवेल चलत हवै। बच्चन के पढ़ाई का नुकसान होत हवै। हिंया कोलजाति के मड़ई रहत हवैं। बिजली कटौती खतम होय का नाम नहीं आवत हवै। मानिकपुर बिजली विभाग के जेई सुनील कुमार पटेल का कहब हवै कि जांच कइके पता कीन जई कि बिजली येत्ती ज्यादा काहे कीन जात हवै।
ब्लाक मऊ, गांव खोहर, लक्ष्मी पुरवा। हिंया के श्यामकली, देवरती अउर राजरानी का कहब हवै कि बिजली का तार अउर खम्भा तीन बरस से देखैं खातिर लाग हवै। अबै तक पुरवा मा ट्रान्सफारमर नहीं धरा गा हवै। अगर ट्रान्सफारमर लाग जाये तौ मड़ई बिजली कटौती का कनेक्शन करवा लेइ। बिजली न लाग होय से मोबाइल चार्ज करावैं खातिर बरगढ़ कस्बा लगभग नौ किलो मीटर जाये का परत हवै। सबहिने से ज्यादा समस्या रात मा होत हवै। अंधियारे मा कीड़ा पतीरा नहीं देखाई देत हवैं। लड़का बिटियन के शादी मा किराये का जनरेटर मंगावैं का परत हवै। मऊ बिजली विभाग के सरकारी लाइनमैन का कहब हवै कि बिजली का ट्रान्सफारमर लगावैं खातिर सरकार कइती से बजट आई तौ लगवा दीन जई।
बिजली से जुड़ी कइयौ समस्या
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