उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड इलाका मे सबसे पिछड़ा क्षेत्र महोबा जिला हे। जिते गर्मी शुरू होतई आदमी बिजली खे समस्यन से परेशान होन लगत हे। एक केती बिजली की कटौती आदमियन के रात कि नींद ओर खेत में सूखत फसल में किसानन खा बधा बनी हें। दूसरी केती बिजली के बिल बिजली विभाग मनमानो भेजो जात हे। सूखा ओर दैवीय आपदा कि मार झेल रहो किसान पेट भर भोजन खे लाने राशन नई जुटा पाउत आय ओर देश प्रदेश मारो-मारो फिरत हे। ऊखे सिर में बिजली के अधिक बिल भरे खा बोझ धरो हे। ईखे लाने सरकार कोनऊ ठोस कदम नई उठाउत आय। सरकार बन्देलखण्ड इलाका खा समस्यन से बचावे खे लाने बिजली पानी जेसी बोहोतई योजनन खा लागू करत हे ओर घोषण भी करत हे, पे ऊखे पलट खे नई देखत हे, कि उनकी चलाई गई योजना ओर करे गये बडे-बडे वादन खा लाभ कोन से आदमियन खा मिलत हे।
उदाहरण- बुन्देलखण्ड में 24 घण्टा बिजली देय खा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घोषण करी हती। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सबखा एक बराबर यूनिट के हिसाब से राशन वितरण करें खा कहो हतो। सवाल जा उठत हे की का 24 घंटा बिजली देय ओर सब लोगन खा राशन सामाग्री मिलत हे। 24 घण्टा की बात तो दूर हे महोबा जिला के एसे केऊ गांव हे जिते आदमी उजियारे खा तरसत हे। ई बात से साफ पता चलत हे की गरीब किसान ही मारो जात हे। का सरकार खा आपन सत्ता हासिल करें भर खा जनता के सामने आके बड़े-बड़े वादा करत नींक लगत हे। ऊखे बाद जनता ओर किसानन खे बीच का होत हे ऊखे पलट खे नई देखो जात हे। एई कारन हे कि हर विभाग में गरीब लोगन खा पेट काटो जात हे, ओर ऊखे औने पौने दाम खा खर्चा बताओ जात हे। जेसे कि बिजली के बिल में ज्यादा आये से आदमी परेशान हे। अगर सरकार ई बात सब बातन खा पलट के देखे तो सायद समस्या को सुधार हो सकत हे।
बिजली के अधिक बिल से लोग परेशान
पिछला लेख