चित्रकूट जिला मा बिजली से कत्तौ येत्ता ज्यादा लोग परेशान होत हवै कि कुछ कहा नहीं जात आय। गर्मी के मारे मड़ई बेहाल हवैं पै शासन प्रशासन तौ आपन एसी मा बइठ के आराम करत हवैं जेहिसे जनता के गर्मी अउर अधियारें से उनका कउनौ फर्क नहीं पड़त आय। कहां हवै योगी सरकार का चौबीस घंटा बिजली दे का वादा का नाम खातिर बनाइन हवैं। मड़ई तौ गर्मी मा बेहाल हवै पै बिजली विभाग आपन कटौती वाला काम जरुर पूर करै मा लाग हवैं चाहे जनता का जउन होय। योगी। सरकार का कहब हवै कि शहरन मा चौबीस घंटा बिजली दीन जई अउर गांव मा अठारह घंटा बिजली मिली पै उनकर या बात झूठ साबित होत हवै? बिजली कउनौ भी समय चली जात हवैं दिन हो या रात।
कर्वी के मड़इन का कहब हवै कि अधिकारिन वाले इलाका मा तौ बिजली रहत हवै पै बाजार, घरन अउर कस्बा मा बिजली दिन का दसन दरकी जात हवै अगर अधिकारिन से पूछित हन तौ अधिकारी कहत हवै कि हम कुछ नही कई सकित हन जउन सरकार आदेश देइ तौ काम हम करबै गर्मी मा सब बेहाल हन खाना पानी सब चीजन का तरसित हन बिजली नही आवत तौ नल नही आवत आय गर्मी तौ गर्मी पानी के बहुतै समस्या होत हवै। पै सरकार तौ लखनऊ मा हवै जउन जिला मा अधिकारी बइठ हवैं उंई अपने का योगी से ज्यादा ऊपर मानत हवै। बिजली जाये का समय अउर आय का कउनौ समय नही आय। मऊ कस्बा के लोगन का कहब हवै कि अखिलेश सरकार के समय तौ बिजली गुल होतै आफत मचा देत रहै अब का होइगा? काहे नही बिजली बंद मा रोक लगवावत आहीं। मानिकपुर के गांव के मड़ई कहत हवै कि हमारे गांव मा तौ बिजली देखै का आवत हवै। येहिसे तौ नीक हवै कि बिजली पुरतान से काट दे कम से कम हमारा आशा तौ ना लाग रही कि केत्ती देर बिजली आई?
चित्रकूट जिला के लगभग नौ लाख मड़ई बिजली के समस्या से परेशान हवै पै शासन प्रशासन का कुछ फर्क नहीं पड़त आय। प्रशासन के जवाबदेही तौ बस या हवै कि हम का करी? सरकार का आदेश हवै तौ कटौती तौ होवै करी?
बिजली अउर गर्मी से बेहाल हवैं जनता
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