बांदा जिला के बड़ोखर खुर्द ब्लाक के बांधा पुरवा मा एक किसान रामदास का दिल का दौरा पड़े से वहिके मउत होइगे है। परिवार वालेन के अनुसार मउत के वजा आठ लाख रुपिया का कर्जा रहै। बैंक कर्ज के उगाही के खातिर लगातार रामदास के ऊपर दबिस बनावत रहै। बांदा जिला मा कर्ज से डूबे किसानन के मउत का मामला आय दिन सउहें आवत है। कत्तौ दिल का दौरा तौ कत्तौ आत्महत्या का। यहिनतान के घटना बांधा पुरवा मा भे है। किसान रामदास के 22 अप्रैल का हार्टअटैक से मउत होइगे है। लगभग पांच साल से किसानी मा कुछौ नहीं होत रहै, कत्तौ सूखा तौ कत्तौ ओलावृष्टि के मार खात रहै, तौ वहिका कर्ज के चिंता सतावत रहै। दुई लाख ट्रैक्टर का लोन अउर छह लाख किसानी के खातिर कर्ज लीन गा रहा है। किसानी मा कुछ न होय के कारन कर्ज नहीं भर पावत रहै। यहै से चिंता सतावत रहै अउर पन्द्रह दिन पहिले नोटिस आई रहै।
मृतिका का भतीजा बुद्धिमदास बताइस कि बैंक के कर्ज का बोझा बहुते रहै। दुई लाख ट्रैक्टर का लोन अउर छह लाख किसानी का कर्जा रहै। बैंक के कर्मचारी दबाव बनावत रहै, तौ चिंता के कारन हार्टअटैक आवा अउर मउत होइगे है। बेटा रामबाबू बताइस कि जमीन पन्द्रह बीघहा है। बैंक वाले दबाव बनावत रहै कि कर्ज भरौ नहीं तौ गाय, भैंइस, ट्रैक्टर, अउर जमीन सब तहसील के द्वारा ले जायेंगे।
पत्नी शीला का कहब है कि सदमा से मउत भे है।
लेखपाल बालकृष्ण का कहब है कि उनका मैं सूखा राहत वाला बाईस सौ रुपिया देवाय हौं अउर जउन सरकारी योजना के बीमा के अनुसार मिलत है। मैं तहसीलदार साहब के पास अप्लिकेशन मा लिख के भेज दीने हौं कि वहिके मउत होइगे है अउर वहिके परिवार वाले आर्थिक स्थिति मा है।
रिपोर्टर: गीता