जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव रसिन हिंया 2005 मा बांध बनै का काम शुरु भा रहै अउर 2010 मा या बांध चालू होइगा रहै। पांच साल के बाद बांध के दीवार मा दरार परगे हवैै। यहिसे लोगन का आवैै जाये मा समस्या का सामना करैै का परत हवैै। अबै तक सिचाई विभाग वाले गांव मा झांकैै तक नहीं गें हवैै।
मोहन का कहब हवैै कि बांध बनै से कउनौ फायदा नहीं आय। लोगन के जमींन बांध बनै मा सरकार लइ लिहिस,पैै जमींन का मुआवजा नहीं दीन गा हवैै।
गोमती कहिस कि बांध के दीवार मा दरार परैै के कारन संपर्क मार्ग के समस्या सउहें आ गे हवैै। अगर बांध के दीवार टूट जई तौ पूर गांव के लोगन के घर गिर सकत हवैै।
रामदीन कहिस कि पता नहीं के सरकार का सोंच के हिंया बांध बनवाइस हवैै। बांध बनै से पहिले
तौ मड़ई खेती कइ लेत रहै,पै अब वहौ नहीं आय।
कर्वी सिंचाई विभाग के जेई सूर्य प्रकाश कहिन कि बांध के मरम्मत करवा दीन जई।
मोहन का कहब हवैै कि बांध बनै से कउनौ फायदा नहीं आय। लोगन के जमींन बांध बनै मा सरकार लइ लिहिस,पैै जमींन का मुआवजा नहीं दीन गा हवैै।
गोमती कहिस कि बांध के दीवार मा दरार परैै के कारन संपर्क मार्ग के समस्या सउहें आ गे हवैै। अगर बांध के दीवार टूट जई तौ पूर गांव के लोगन के घर गिर सकत हवैै।
रामदीन कहिस कि पता नहीं के सरकार का सोंच के हिंया बांध बनवाइस हवैै। बांध बनै से पहिले
तौ मड़ई खेती कइ लेत रहै,पै अब वहौ नहीं आय।
कर्वी सिंचाई विभाग के जेई सूर्य प्रकाश कहिन कि बांध के मरम्मत करवा दीन जई।
रिपोर्टर- नाजनी रिज़वी और गीता
03/08/2016 को प्रकाशित
बाँध से बढ़ी मुसीबत
चित्रकूट के रसिन बाँध की दीवार में दरार