बांदा जिला के गुढा गांव मा लगभग बीस साल पहिले चकबंदी मा घपला भा रहै, तबै सबै खतौनी सीज कइ दीन गें रहै। तबै से हेंया के किसान खेती नहीं कइ पावत रहै। बहुतै कोशिश करै के बाद पिछले साल खतौनी वापस मिल गें है पै किसान कहत है कि खतौनी मिले न मिले कउनौ फायदा नहीं आय काहे से कम्प्यूटर का भी नहीं चढ़ा आय अउर खतौनी के पेज भी फाड़ लीं गें हैं।
कंधी का कहब है कि खतौनी से जमीन वाले काम जइसे लोन, जमानत, अउर खाद ले मा परेशानी होत है। रमाकांत त्रिपाठी का कहब है कि खतौनी जमा होय से किसानन का कउनौ सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पावत रहै, यहिसे हमार बहुतै नुकसान भा है। दिनेश सिंह का कहब है कि डीजल पम्प ले का रहै तौ खतौनी के कारन नहीं मिला आय। सुंदर लाल बताइस कि चकबंदी लेखपाल तीन सौ बीघा का घपला करिस रहै, जबै दूसर लेखपाल आवा तौ खतौनी सीज कइ दिहिस रहै।
चकबंदी सीओ ओमकार सर्च सिंह का कहब है कि येत्ते दिन मा खतौनी खुली है तौ नियम बदल गें है, कारवाही कीन जात है।
रिपोर्टर- गीता देवी