जिला बांदा मुहल्ला बलखंडी नवरात्र दशहरा अउर दीपावली जइसे त्योहारन का मोसम या समय चलत है। जेहिमा जघा जघा कुम्हार मिट्टी के दीया अउर बर्तन बनावत देखात है। कुम्हारन का नीक माटी नही मिल पावत हैं। यहै कारन उनका माटी के बर्तन बनावे मा बहुतै परेशानी होत है।
लालू प्रजापति बताइस कि पहिले हमार बाप मिट्टी का काम करत रहैं। बचपन से देखत देखत हमहूं सीख गये हन। यहिके अलावा हमारे लगे कउनौ काम नही रहा आय। तबै हम शुरु कइ दीने हन।
भूरा प्रजापति का कहब हवै कि मैं बीस साल से मिट्टी के बर्तन बनावेका काम करत हौं। जेहिमा लक्ष्मी गणेश की मूर्ती बच्चन के खिलौना दीया करवा अउर गोलक बनाइत हन। त्योहार मा तीन दिन दुकान लागत है। हमैं दुइ चार हजार इकट्ठा रुपिया मिल जात है। जइसे हमार अउर परिवार का खर्चा चलत हवै। पै शासन प्रसाशन कइते से हमरे खातिर कौनऊ व्यवस्था नहीं आय।
रिपोर्टर- गीता देवी और मीरा देवी
07/10/2016 को प्रकाशित